दिल में हुलचूल मची है
नज़रें कहाँ वो कहाँ
मेरी मंज़िल वहीं है
अब दिख गये वो जहाँ
तुजो संग हो तो ये रंग हो
मौसम हो नया
तू दिखे तो दिन बने तो
हर दफ़ा
आ जाओ, अब और तड़पाओ ना
आ जाओ, अब और तरसाओ ना
आ जाओ, अब और तड़पाओ ना
मेरी जाना
मेरी जाना
ये तेरा मेरा सफ़र
शामें हो या दोपहर तकता रहूं
रास्ता तेरा तु जो कहे
पूछे है सारा शहेर
इश्क़ का कैसा असर
आवारा पर, थम जाऊ मैं
तु जो कहे
मेरी बेताबी का सिलसिला
जैसे बरसों का है ये गीला
तेरी गलियों का दे तू पता
तू जहाँ वहीं मैं
आ जाओ, अब और तड़पाओ ना
आ जाओ, अब और तरसाओ ना
आ जाओ, अब और तड़पाओ ना
मेरी जाना
मेरी जाना