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Lata Mangeshkar - Chand Madhyam Hai Lyrics



Lata Mangeshkar - Chand Madhyam Hai Lyrics
Official




चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
नींद की गोद में
जहां चुप है
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

दूर वादी में
दूधिया बादल
झुक के पर्बत
को प्यार करते हैं
दिल में नाकाम
हसरतें लेकर
हम तेरा
इंतज़ार करते हैं
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

इन बहारों के
साये में आजा
इन बहारों के
साये में आजा
फिर मोहब्बत
जवां रहे न रहे
ज़िन्दगी तेरे
नामुरादों पर
कल तलक मेहरबां रहे न रहे
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

रोज़ की तरह आज भी तारे
सुबह की गर्द में
ना खो जाएं
आ तेरे ग़म में
जागती आँखें
कम से कम
एक रात सो जाएँ
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है.
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चाँद मध्यम है
आसमान चुप है
नींद की गोद में
जहां चुप है
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

दूर वादी में
दूधिया बादल
झुक के पर्बत
को प्यार करते हैं
दिल में नाकाम
हसरतें लेकर
हम तेरा
इंतज़ार करते हैं
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

इन बहारों के
साये में आजा
इन बहारों के
साये में आजा
फिर मोहब्बत
जवां रहे न रहे
ज़िन्दगी तेरे
नामुरादों पर
कल तलक मेहरबां रहे न रहे
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है

रोज़ की तरह आज भी तारे
सुबह की गर्द में
ना खो जाएं
आ तेरे ग़म में
जागती आँखें
कम से कम
एक रात सो जाएँ
चाँद मध्यम है
आसमान चुप है.
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Writer: Madan Mohan, Sahir Ludhianvi
Copyright: Lyrics © Royalty Network




Performed By: Lata Mangeshkar
Length: 3:12
Written by: Madan Mohan, Sahir Ludhianvi
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