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Hemant Kumar - Door Gagan Ki Chhaon Men Lyrics



Hemant Kumar - Door Gagan Ki Chhaon Men Lyrics
Official




राही तू मत रुक जाना
राही तू मत रुक जाना, तूफ़ां से मत घबराना
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना
माना कि गहरी है धारा
पर है कहीं तो किनारा
तू भी मिला आशा के सुर में
मन का ये एकतारा
तू भी मिला आशा के सुर में
मन का ये एकतारा
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना
सबका है ऊपरवाला
सबको उसी ने सम्भाला
जब भी घिरे ग़म का अंधेरा
उसने किया उजियाला
जब भी घिरे ग़म का अंधेरा
उसने किया उजियाला
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में
राही तू मत रुक जाना, तूफ़ां से मत घबराना
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में
कहीं दूर कहीं दूर कहीं दूर कहीं दूर्
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राही तू मत रुक जाना
राही तू मत रुक जाना, तूफ़ां से मत घबराना
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना
माना कि गहरी है धारा
पर है कहीं तो किनारा
तू भी मिला आशा के सुर में
मन का ये एकतारा
तू भी मिला आशा के सुर में
मन का ये एकतारा
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में राही तू मत रुक जाना
सबका है ऊपरवाला
सबको उसी ने सम्भाला
जब भी घिरे ग़म का अंधेरा
उसने किया उजियाला
जब भी घिरे ग़म का अंधेरा
उसने किया उजियाला
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल कहीं दूर गगन की छाओं में
राही तू मत रुक जाना, तूफ़ां से मत घबराना
कभी तो मिलेगी तेरी मंज़िल
कहीं दूर गगन की छाओं में
कहीं दूर कहीं दूर कहीं दूर कहीं दूर्
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Writer: SHAILENDRA, Kishore Kumar
Copyright: Lyrics © Royalty Network

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Performed By: Hemant Kumar
Length: 3:02
Written by: SHAILENDRA, Kishore Kumar
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