Back to Top Down To Bottom

Harshdeep Kaur - Zaalima [Harshdeep Kaur] Lyrics



Harshdeep Kaur - Zaalima [Harshdeep Kaur] Lyrics
Official




जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरे इश्क़ में बहका पहले से ही क्या उसे बहकाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
आँखें मरहबा बातें मरहबा मैं सो मर्तबा दीवाना हुआ
मेरा ना रहा जब से दिल मेरा तेरे हुस्न का निशाना हुआ
जिसकी हर धड़कन तू हो ऐसे दिल को क्या धड़काना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
ज़ालिमा ज़ालिमा
साँसों में तेरी नज़दीकियों का इत्र तू घोल दे घोल दे
मैं ही क्यूँ इश्क़ ज़ाहिर करूँ तू भी कभी बोल दे बोल दे
लेके जान ही जाएगा मेरी क़ातिल हर तेरा बहाना हुआ
तुझ से ही शुरू तुझ पे ही ख़तम मेरे प्यार का फ़साना हुआ
तू शम्मा है तो याद रखना मैं भी हूँ परवाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ज़ालिमा
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
[ Correct these Lyrics ]

[ Correct these Lyrics ]

We currently do not have these lyrics in English. If you would like to submit them, please use the form below.

[ Or you can Request them: ]

We currently do not have these lyrics in . If you would like to submit them, please use the form below.

[ Or you can Request them: ]

(Hover over each line to highlight the row. Click to keep it highlighted)


जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरे इश्क़ में बहका पहले से ही क्या उसे बहकाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
आँखें मरहबा बातें मरहबा मैं सो मर्तबा दीवाना हुआ
मेरा ना रहा जब से दिल मेरा तेरे हुस्न का निशाना हुआ
जिसकी हर धड़कन तू हो ऐसे दिल को क्या धड़काना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
ज़ालिमा ज़ालिमा
साँसों में तेरी नज़दीकियों का इत्र तू घोल दे घोल दे
मैं ही क्यूँ इश्क़ ज़ाहिर करूँ तू भी कभी बोल दे बोल दे
लेके जान ही जाएगा मेरी क़ातिल हर तेरा बहाना हुआ
तुझ से ही शुरू तुझ पे ही ख़तम मेरे प्यार का फ़साना हुआ
तू शम्मा है तो याद रखना मैं भी हूँ परवाना
ओ ज़ालिमा ओ ज़ालिमा
जो तेरी ख़ातिर तड़पे पहले से ही क्या उसे तड़पाना
ओ ज़ालिमा ज़ालिमा
दीदार तेरा मिलने के बाद ही छूटे मेरी अंगड़ाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
तू ही बता दे क्यूँ ज़ालिमा मैं कहलाई
[ Correct these Lyrics ]
Writer: Amitabh Bhattacharya
Copyright: Lyrics © Raleigh Music Publishing LLC

Back to: Harshdeep Kaur



Performed By: Harshdeep Kaur
Length: 3:09
Written by: Amitabh Bhattacharya
[Correct Info]
Tags:
No tags yet