[ Featuring Mohammed Rafi, R. D. Burman ]
तुम बिन जाऊँ कहाँ?
तुम बिन जाऊँ कहाँ? कि दुनियाँ में आ के
कुछ ना फिर चाहा कभी तुम को चाह के
तुम बिन जाऊँ कहाँ? तुम बिन जाऊँ कहाँ? कि दुनियाँ में आ के
कुछ ना फिर चाहा कभी तुम को चाह के
तुम बिन
देखो मुझे सर से कदम तक, सिर्फ प्यार हूँ मैं
गले से लगा लो के तुम्हारा, बेकरार हूँ मैं
तुम क्या जानो के भटकता फिरा, किस किस गली
तुमको चाह के तुम बिन जाऊँ कहाँ
तुम बिन जाऊँ कहाँ कि दुनिया में आ के कुछ न फिर चाहा सनम
तुमको चाह के तुम बिन